बौना सन्नाटा
चटके इश्तहार
फ़िल्म की रील
..........
टूटे कंगूरे
बूँदों से भरा थाल
शिव मंदिर
................
रात चांदनी
पोखर तले चांद
गुनती बाट
.................
पुरानी मिल
धूप लिखती किस्से
बिखरे शीशे
.................
अधूरी बात
काला दंतमंजन
उलझी भोर
...................
Tuesday, July 17, 2012
Subscribe to:
Posts (Atom)